मेरठ कॉलेज का इग्नू अध्ययन केंद्र मिला कुलपति का प्रशंसा पत्र

मेरठ: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े और सबसे पुराने मेरठ कॉलेज में स्थित इग्नू अध्ययन केंद्र की समीक्षा रिपोर्ट को इग्नू की कुलपति प्रोफेसर उमा कांजीलाल ने 6 सितंबर, 2024 को नोएडा रीजनल सेंटर में प्रस्तुत की गई रिपोर्ट में बेहद सराहा है।
केंद्र समन्वयक डॉक्टर चंद्रशेखर भारद्वाज ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से इग्नू की कुलपति और रीजनल सर्विस डिविजन के डायरेक्टर डॉक्टर उमेश चंद्र पांडे के समक्ष केंद्र की उपलब्धियों को विस्तार से प्रस्तुत किया।
मेरठ कॉलेज का इग्नू केंद्र: एक नजर
- मेरठ कॉलेज का इग्नू अध्ययन केंद्र लगभग 2000 विद्यार्थियों को विभिन्न डिग्री, डिप्लोमा और व्यावसायिक कोर्स प्रदान करता है।
- वर्तमान सत्र में केंद्र ने एग्रो बिजनेस में डिप्लोमा, भगवतगीता एवं ज्योतिष में एमए, और 8 नए एमएससी कोर्स शुरू किए हैं।
- इन नए कोर्सों में एमएससी फिजिक्स, एमएससी केमेस्ट्री, अप्लाइड केमेस्ट्री, एमएससी स्टैटिसटिक्स, एमएससी ज्योग्राफी और एमएससी फूड एवं न्यूट्रिशन साइंस शामिल हैं।

कुलपति और डायरेक्टर ने की प्रशंसा
इग्नू की कुलपति प्रोफेसर उमा कांजीलाल ने मेरठ कॉलेज इग्नू केंद्र की प्रस्तुति को देखकर केंद्र समन्वयक और पूरे स्टाफ की प्रशंसा की। उन्होंने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अन्य समन्वयकों से भी आग्रह किया कि वे भी अपने-अपने केंद्रों में नए-नए कोर्स शुरू करें।
रीजनल सर्विस डिविजन के डायरेक्टर डॉक्टर उमेश चंद्र पांडे ने भी केंद्र की प्रगति रिपोर्ट पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने डॉ. चंद्रशेखर भारद्वाज को एक सर्टिफिकेट और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।


कार्यक्रम के अन्य मुख्य बिंदु
- इग्नू रीजनल सेंटर नोएडा के कॉन्फ्रेंस हॉल का उद्घाटन कुलपति प्रोफेसर उमा कांजीलाल और इग्नू के पूर्व कुलपति प्रोफेसर नागेश्वर राव ने किया।
- मेरठ कॉलेज का इग्नू केंद्र पिछले 27 वर्षों में 54 टर्म एंड एग्जाम सफलतापूर्वक आयोजित कर चुका है।
- लगभग सवा सौ प्रोफेसर इस संस्थान से जुड़े हैं।
मेरठ कॉलेज का इग्नू अध्ययन केंद्र पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दूरस्थ शिक्षा का एक प्रमुख केंद्र बन गया है। केंद्र की इस सफलता के पीछे समन्वयक डॉ. चंद्रशेखर भारद्वाज और उनकी टीम का अथक प्रयास है। कुलपति और डायरेक्टर की प्रशंसा ने केंद्र के उत्साह को और बढ़ा दिया है।



