मेरठ जेल में रक्षाबंधन का भावुक मंजर, सैकड़ों बहनें पहुंची भाइयों को राखी बांधने

मेरठ: रक्षाबंधन के पावन पर्व पर मेरठ जेल में एक अद्भुत दृश्य देखने को मिला। सैकड़ों बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधने के लिए सुबह से ही जेल के बाहर लंबी-लंबी कतारों में खड़ी थीं। जेल प्रशासन ने इस विशेष अवसर के लिए पुख्ता इंतजाम किए थे।
जेल परिसर में एक विशेष स्थान तैयार किया गया था जहां बहनें अपने भाइयों से मिल सकें। हजारों बहनों ने भावुक पल में अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधी। इस दौरान कई की आंखें छलक पड़ीं।
“आज का दिन मेरे लिए बहुत खास है। साल भर अपने भाई से मिलने की आस रहती है, लेकिन जेल में मिलना एक अलग ही एहसास है,” भावुक स्वर में कहती हैं शालिनी, जिसका भाई पिछले दो साल से जेल में है।
जेल प्रशासन ने इस मौके पर बंदियों को विशेष छूट दी थी ताकि वे अपने परिवार के सदस्यों के साथ अधिक समय बिता सकें। जेल अधीक्षक, ने बताया, “रक्षाबंधन का त्योहार भारतीय संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है। हम चाहते हैं कि हमारे बंदियों को भी इस पर्व का आनंद मिले। इसलिए, हमने विशेष इंतजाम किए हैं।”

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना न हो। जेल स्टाफ ने भी इस दौरान काफी सहयोग किया।
“मैं अपने भाई को बहुत मिस करती हूं। आज जब उसे राखी बांधी तो लगा जैसे सारी दुनिया की खुशी मिल गई,” कहती हैं पूजा, जो अपने भाई से मिलने मुरादाबाद से आई थी।
जेल प्रशासन के मुताबिक, इस साल रक्षाबंधन पर लगभग दो हजार से अधिक बहनें अपने भाइयों से मिलने आईं। सभी ने जेल प्रशासन के इंतजामों की सराहना की।
इस पावन पर्व पर जेल की चारदीवारी के भीतर भी प्यार और स्नेह का सावन हुआ। यह दृश्य दिखाता है कि रिश्ते कितने मजबूत होते हैं और परिस्थितियां चाहे कैसी भी हों, प्यार हमेशा जिंदा रहता है।


