शांति निकेतन ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के छात्रों ने ‘मेगा एक्सपो’ में दिया ‘वोकल फॉर लोकल’ और पर्यावरण संरक्षण का संदेश

मेरठ, 18 अक्टूबर। शांति निकेतन ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस में शनिवार को ‘शांति निकेतन मेगा एक्सपो’ का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने अपनी रचनात्मकता, नवाचार और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी का शानदार प्रदर्शन किया। इस आयोजन का उद्देश्य ‘वोकल फॉर लोकल’, स्टार्टअप और एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देने के साथ-साथ युवाओं में पर्यावरणीय चेतना विकसित करना था।
कार्यक्रम में मेरठ की उप-जिलाधिकारी आईएएस डॉ. दीक्षा जोशी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। उन्होंने छात्रों के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि युवाओं में नवाचार की यह भावना और पर्यावरण के प्रति जागरूकता, देश के उज्जवल भविष्य की मजबूत नींव रखती है। उन्होंने कहा, “आज के विद्यार्थी सिर्फ सीख नहीं रहे, बल्कि समाज को दिशा देने की क्षमता भी रखते हैं — यही भारत के विकास की असली शक्ति है।”
मेगा एक्सपो में छात्रों द्वारा बनाए गए इको-फ्रेंडली उत्पादों ने सभी का ध्यान खींचा। इनमें हर्बल साबुन और शैम्पू, प्लांटेबल लक्ष्मी-गणेश मूर्तियाँ (जिन्हें बाद में पौधों में बदला जा सकता है), बांस से बनी विंड चाइम, पर्यावरण-अनुकूल दीये, तुलसी ड्रॉप, हवन कप, हैंडमेड कैंडल, मेक्रम आर्ट, और महिलाओं की सुरक्षा के लिए विकसित एआई ऐप जैसे नवाचार शामिल थे। ड्रोन तकनीक और सजावटी हस्तनिर्मित वस्तुओं ने भी दर्शकों की खूब प्रशंसा बटोरी।
संस्थान की प्राचार्या डॉ. रीना बंसल ने कहा,
“हमारा लक्ष्य केवल अकादमिक ज्ञान देना नहीं है, बल्कि ऐसे जिम्मेदार नागरिक तैयार करना है जो समाज और पर्यावरण के प्रति सजग हों। ‘स्वदेशी अपनाओ’ और ‘वोकल फॉर लोकल’ का संदेश यही सिखाता है कि आत्मनिर्भर भारत का निर्माण स्थानीय कौशल और नवाचार से ही संभव है।”
कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने अपने स्टॉल्स के माध्यम से स्थानीय उत्पादों के उपयोग, प्लास्टिक मुक्त जीवनशैली और हरित पर्यावरण के महत्व को प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया।
पूरा सप्ताह संस्थान में ‘विकसित भारत@2047’ थीम पर आधारित “वोकल फॉर लोकल” अभियान के रूप में मनाया गया। ‘कल्पना केंद्र’ मुहिम के तहत विद्यार्थियों में उद्यमिता कौशल (Entrepreneurial Skills) विकसित करने पर जोर दिया गया। इस दौरान
- पहले दिन भारतीय आविष्कारक डूंगर सिंह सोढा के साथ लाइव सेशन,
- दूसरे दिन ब्रेनस्टॉर्मिंग सेशन,
- तीसरे दिन मेंटॉरशिप इंटरएक्शन,
- चौथे दिन आइडिया प्रेजेंटेशन,
- और पांचवें दिन बिज़नेस स्टार्टअप सिमुलेशन आयोजित किया गया,
जबकि सप्ताह का समापन शनिवार को भव्य ‘मेगा एक्सपो’ के साथ हुआ।
यह आयोजन न केवल छात्रों की प्रतिभा और नवाचार का प्रदर्शन था, बल्कि यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में उठाया गया एक सशक्त कदम भी साबित हुआ। कार्यक्रम ने यह स्पष्ट संदेश दिया — “स्वदेशी अपनाओ, पर्यावरण बचाओ और भारत को विकसित बनाओ।”


