मेरठ शास्त्रीनगर सेंट्रल मार्केट में ध्वस्तीकरण का दूसरा दिन ;दुकानदारों की आंखों में आंसू, पोकलेन मशीनों की गड़गड़ाहट से गूंजा इलाका

मेरठ : शास्त्रीनगर सेंट्रल मार्केट में चल रहे अवैध निर्माणों के ध्वस्तीकरण अभियान का आज दूसरा दिन था। सुबह से ही नगर विकास विभाग और आवास विकास परिषद की टीम ने भारी पुलिस बल की मौजूदगी में कार्रवाई शुरू की। दो पोकलेन मशीनों की गड़गड़ाहट के बीच देखते ही देखते पूरा कॉम्प्लेक्स मलबे के ढेर में तब्दील हो गया।
कार्रवाई के दौरान दुकानदारों की आंखों से आंसू नहीं रुक रहे थे। कई व्यापारी अपनी दुकानें टूटते देख सड़कों पर रो पड़े। कुछ लोगों ने अधिकारियों से विनती की कि उन्हें थोड़ा समय दिया जाए, लेकिन प्रशासनिक टीम ने साफ शब्दों में कहा कि यह कार्रवाई सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के अनुपालन में की जा रही है, और किसी भी तरह की ढिलाई अब संभव नहीं है।
ध्वस्तीकरण के दौरान दो पोकलेन मशीनें लगातार काम करती रहीं, जबकि धूल को नियंत्रित करने के लिए समय-समय पर पानी का छिड़काव भी किया जाता रहा। पूरे क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रही, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
दुकानदारों ने प्रशासन पर भावनात्मक नाराजगी जताई। कोई अपनी जली हुई दुकान के सामने बैठा था तो कोई मलबे में अपने सामान की तलाश कर रहा था। एक वृद्ध व्यापारी ने रोते हुए कहा,
“हमने अपनी पूरी जिंदगी की पूंजी यहां लगा दी थी, अब सब खत्म हो गया। इन अधिकारियों को हमारी बद्दुआ लगेगी।”


प्रशासन का कहना है कि यह पूरी कार्रवाई अवैध रूप से व्यावसायिक उपयोग में लाई जा रही आवासीय भूमि पर की जा रही है, और आगे भी ऐसे निर्माणों पर बुलडोज़र चलेगा।
शास्त्रीनगर सेंट्रल मार्केट की यह कार्रवाई मेरठ में चल रहे अवैध निर्माणों के खिलाफ सख्त अभियान का हिस्सा है। आने वाले दिनों में शहर के अन्य क्षेत्रों में भी ऐसे ही ध्वस्तीकरण अभियान चलाए जाने की संभावना जताई जा रही है।


