नंदलाल बोस सुबहारती कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स में करियर काउंसलिंग व्याख्यान

“आर्ट मीट्स एआई: डिजिटल मार्केटिंग के साथ स्मार्ट फ्रीलांसिंग” ने छात्रों को दिखाए नए करियर रास्ते
मेरठ, 25 सितंबर 2025।
स्वामी विवेकानंद सुबहारती विश्वविद्यालय के नंदलाल बोस सुबहारती कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स में गुरुवार को करियर काउंसलिंग व्याख्यान का सफल आयोजन किया गया। “आर्ट मीट्स एआई: डिजिटल मार्केटिंग के साथ स्मार्ट फ्रीलांसिंग” शीर्षक पर आधारित इस सत्र को दिल्ली इंस्टिट्यूट ऑफ डिजिटल मार्केटिंग (DIDM) के विशेषज्ञों ने प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलन से हुआ, जिसका नेतृत्व फाइन आर्ट्स विभाग के डीन एवं प्राचार्य प्रो. (डॉ.) पिंतु मिश्रा और विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) पूजा गुप्ता ने किया। उन्होंने DIDM टीम का गर्मजोशी से स्वागत किया और छात्रों को नए अवसरों के प्रति जागरूक होने के लिए प्रेरित किया।
DIDM के वरिष्ठ ट्रेनर शोएब अली ने डिजिटल मार्केटिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के मेल पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैसे आज के कलाकार फ्रीलांसिंग प्लेटफॉर्म्स और डिजिटल टूल्स का इस्तेमाल कर वैश्विक स्तर पर अपने काम को पहचान दिला सकते हैं। उन्होंने छात्रों को यह भी समझाया कि किस तरह AI उनके कला कौशल को बढ़ाकर उन्हें नए करियर अवसर प्रदान कर सकता है।
सत्र में एनीमेशन, फैशन, परफॉर्मिंग आर्ट्स और फाइन आर्ट्स विभाग के 100 से अधिक छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। छात्रों ने उत्साह के साथ सवाल पूछे और डिजिटल युग में आर्ट और टेक्नोलॉजी को जोड़ने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया।
DIDM के प्रोजेक्ट हेड सिद्धार्थ जैन ने संस्थान के कार्यक्रमों और डिजिटल मार्केटिंग को करियर के रूप में अपनाने की संभावनाओं पर प्रकाश डाला। उनके व्याख्यान ने छात्रों में गहरी रुचि उत्पन्न की, और कई विद्यार्थियों ने DIDM के माध्यम से आगे प्रशिक्षण लेने की इच्छा जताई।
कार्यक्रम के अंत में कॉलेज प्रशासन ने वक्ताओं को प्रशस्ति पत्र और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया। एप्लाइड आर्ट्स विभाग के समन्वयक डॉ. अंशु श्रीवास्तव ने DIDM टीम, संकाय और छात्रों का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस तरह की पहलें न केवल छात्रों की डिजिटल मार्केटिंग और फ्रीलांसिंग की समझ को गहरा करती हैं, बल्कि उन्हें क्रिएटिव इकॉनमी में नई संभावनाओं की ओर अग्रसर भी करती हैं।
इस आयोजन ने स्पष्ट किया कि कॉलेज अपने छात्रों को पारंपरिक करियर विकल्पों से आगे बढ़ाकर डिजिटल युग की मांगों के अनुरूप तैयार करने के लिए निरंतर प्रतिबद्ध है।