मेरठ : रावण की ससुराल मेरठ में इस बार दशहरे के अवसर पर 130 फीट रावण का पुतला जलेगा। यूं तो देश के हर कोने में दशहरे धूमधाम से मनाया जाता है। लेकिन रावण की ससुराल कहे जाने वाले मेरठ में एक महीने पहले से ही परम्परागत तरीके से रामलीला की तैयारियां शुरू हो जाती हैं।
पुतला बना रहे सलीम ने बताया कि उनके परिवार की लगभग चार पीढ़ियों अब तक रावण का पुतला बना चुकी हैं। पहले उनके पुरखे पुतले बनाते थे तो बचपन में वे भी उनके साथ आते थे। उससे पहले उनके पिता भी दादा के साथ पुतले बनाते थे। आगे भी वे इस काम को करते रहना चाहते हैं। उनका कहना है कि पुतला बनाने का काम चल रहा है। रावण दहन से दो-चार दिन पहले ही काम पूरा हो जाएगा।
रावण का पुतला बना रहे सलीम का कहना है कि समाज में प्यार और खुशी बांटना ही सबसे बड़ी पूजा है। मेरठ का यह रावण साम्प्रदायिक सौहार्द का संदेश देता है। 48 साल के सलीम के इस जज्बे को सभी सलाम कर रहे हैं।