शिवांगी संगीत महाविद्यालय में “सरगम” का आयोजन, कलाकारों ने मोहा दर्शकों को

मेरठ: शिवांगी संगीत महाविद्यालय की रुड़की रोड (कुबेर स्कूल स्थित) शाखा में शुक्रवार को मासिक बैठक के अंतर्गत “सरगम” का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में संस्थान के उदीयमान कलाकारों ने शास्त्रीय गायन, तबला वादन और कथक नृत्य की मनमोहक प्रस्तुतियां देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ संस्थान के अध्यक्ष राजेश शर्मा ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया। उन्होंने इस अवसर पर सभी कलाकारों और उपस्थित अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि संगीत कला हमारे जीवन का अभिन्न अंग है और यह हमें मानसिक शांति और तनावमुक्ति प्रदान करती है।
संस्थान की निदेशिका ऋचा शर्मा ने भी कलाकारों की प्रतिभा की सराहना करते हुए कहा कि वे सभी अपनी कड़ी मेहनत और लगन से संगीत कला में उत्कृष्टता प्राप्त कर रहे हैं।
कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना, गुरु वंदना और शुद्ध कथक नृत्य से हुई। इसके बाद कलाकारों ने एक-एक करके अपनी प्रस्तुतियां दीं।


प्रस्तुतियों की झलक:
- शुद्ध कथक नृत्य (तीन ताल): संस्थान की नन्हीं कलाकारों अनीशा चौधरी, सनाया गंभीर, केशवी गुप्ता, अनुभूति, अपर्णा भारद्वाज और भार्गवी ने शुद्ध कथक नृत्य की सुंदर प्रस्तुति दी।
- कीबोर्ड वादन: संस्थान के छात्र अभिराज ने कीबोर्ड वादन से सभी को मोहित कर दिया।
- कथक प्रस्तुति (ताल धमार): गौरी, अमूल्या और भव्या ने ताल धमार की लयबद्ध प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
- एकल तबला वादन: विनायक ने तबला वादन से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
- शास्त्रीय गायन (राग दुर्गा): देवोप्रतिम ने राग दुर्गा में झपताल और तीन ताल में बंदिश “जय दुर्गे दुर्गती परिहारिणी” की सुंदर प्रस्तुति दी।
- एकल कथक प्रस्तुति: वंदिता ने तीन ताल (16मात्रा) की बंदिशें, चाला, थाट, उठान, आमद, परन, टुकड़े, तोड़े, तिहाइयां, कवित की सुंदर प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम का समापन शिव तांडव स्त्रोत पर आधारित कथक नृत्य से हुआ। सभी कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां बखूबी दीं और दर्शकों की भरपूर सराहना प्राप्त की।
कार्यक्रम के अंत में राजेश शर्मा ने सभी कलाकारों को पुरस्कार प्रदान किए। उन्होंने कलाकारों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे आगे भी इसी तरह संगीत कला में उत्कृष्टता प्राप्त करते रहें।



