मेरठ से हरिद्वार तक: 35 लाख की कांवड़ यात्रा में राम मंदिर का अद्वितीय मॉडल

मेरठ: श्रावण मास के पवित्र अवसर पर कांवड़ यात्रा शुरू होते ही हर तरफ “बोल बम बोले बम” के उद्घोष सुनाई दे रहे हैं। इसी उत्साह में मेरठ के कांवड़िये भी पीछे नहीं हैं। क्रांतिधरा मेरठ की भूमि से 35 लाख रुपये की कांवड़ हरिद्वार के लिए रवाना हो रही है, जिसमें लगभग ढाई सौ लोग शामिल हैं। इस विशेष कांवड़ का नाम “एक कांवड़ राम मंदिर के नाम” रखा गया है।
विशेष कांवड़ का अद्वितीय मॉडल: इस कांवड़ यात्रा का मुख्य आकर्षण राम मंदिर का विशाल मॉडल है, जिसे अयोध्या की तर्ज पर बनाया गया है। इसमें भगवान राम को भी विराजमान किया गया है। क्रांतिधरा मेरठ का यह कमल ग्रुप भगवान राम के प्रतीक को लेकर हरिद्वार की ओर गंगाजल लेने के लिए निकल पड़ा है।
कांवड़ के आयोजक गोपाल शर्मा ने बताया कि इससे पहले भी यह लोग राम मंदिर के निर्माण से पहले इसी तरह से कांवड़ लेकर आए थे। उन्होंने मन्नत मांगी थी कि जैसे ही राम मंदिर का काम पूरा होगा, वे दोबारा से कांवड़ लेकर हरिद्वार जाएंगे और गंगाजल लाकर भोले बाबा का जलाभिषेक करेंगे।

इस कांवड़ को बनाने में लगभग 35 लाख रुपये का खर्चा आया है। इसमें राम मंदिर का अद्वितीय मॉडल और अन्य सजावट शामिल है। शिवभक्तों का कहना है कि भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं। इस विशेष कांवड़ को हरिद्वार से पवित्र गंगाजल लाकर भगवान शिव का जलाभिषेक किया जाएगा। कांवड़ लेकर जा रहे शिवभक्तों का कहना है कि उनकी आस्था और विश्वास भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती में अटूट है। उन्होंने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य सिर्फ गंगाजल लाना नहीं है, बल्कि अपनी मन्नतों को पूरा करना और भगवान शिव को जलाभिषेक करना है।
यात्रा की तैयारी में भी विशेष ध्यान दिया गया है। कांवड़ यात्रा के मार्ग पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं और शिवभक्तों की सुविधा के लिए जगह-जगह विश्राम स्थल बनाए गए हैं।
“हमने इस कांवड़ यात्रा की तैयारी बहुत ही श्रद्धा और धूमधाम से की है। भगवान राम के प्रतीक को लेकर हम हरिद्वार जा रहे हैं और वहां से पवित्र गंगाजल लाकर भगवान शिव का जलाभिषेक करेंगे। हमें विश्वास है कि भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती हमारे सभी भक्तों की मनोकामना पूरी करेंगे।”
गोपाल शर्मा, आयोजक

क्रांतिधरा मेरठ की यह विशेष कांवड़ यात्रा न सिर्फ भक्तों के लिए एक धार्मिक अवसर है, बल्कि आस्था और विश्वास की एक अद्वितीय मिसाल भी है।



