
• मेरठ के बेगमपुल आरआरटीएस स्टेशन के प्रवेश/निकास (एंट्री-एग्जिट गेट) द्वार का निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है। इसी के साथ इस भूमिगत स्टेशन का निर्माण कार्य अगले चरण में प्रवेश कर गया है। बेगमपुल स्टेशन में यात्रियों की सुविधा के लिए कुल 4 प्रवेश और निकास द्वार बनाए जा रहे हैं जिनमे से अभी पहले प्रवेश/निकास द्वार का निर्माण कार्य प्रारम्भ हुआ है।
• बेगमपुल स्टेशन का यह प्रवेश/निकास द्वार नैशनल इंटर कॉलेज की ओर बन रहा है। मेरठ की आबादी के एक बड़े हिस्से को इस प्रवेश/निकास द्वार से फायदा होगा। मवाना रोड से आने-जाने वाले यात्री इसी गेट के जरिए आरआरटीएस ट्रेन और मेट्रो की सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। लाला कुर्ती बाजार और पास में स्थित शिक्षण संस्थानों में रोजाना आवाजाही करने वालों के लिए यह प्रवेश/निकास द्वार सबसे मुफीद होगा।


• बेगमपुल मेरठ का सबसे भीड़ भाड़ वाला व्यापारिक केंद्र है। इस वजह से यहां पर यात्रियों और व्यापारियों की आवाजाही ज्यादा रहती है। एनसीआरटीसी ने बेगमपुल स्टेशन के चारों तरफ बनने वाले प्रवेश/निकास द्वार की प्लानिंग इस प्रकार की है कि आसपास के क्षेत्रों को पूरी तरह कवर किया जा सके। एक प्रवेश/निकास द्वार मेरठ कैंट के क्षेत्र की ओर से आने वाले लोगों को सुविधा प्रदान करेगा वहीं, दूसरा प्रवेश/निकास द्वार सोतीगंज की तरफ से पहुंचने वाले लोगों के लिए बनाया जाएगा। आखिरी चौथे प्रवेश/निकास द्वार का निर्माण अबू लेन की तरफ से आने-जाने वालों को ध्यान में रखकर किया गया है। बेगमपुल स्टेशन में मेरठ वासियों को मेरठ मेट्रो के साथ ही रीज़नल ट्रेनों में सफर करने की भी सुविधा मिलेगी क्योंकि रीजनल रेल और मेरठ मेट्रो दोनों की ट्रेने यहाँ रुकेगी।
• बेगमपुल मे प्रवेश-निकास द्वार पर यात्रियों की सुविधा के लिए तथा एक लेवल से दूसरे लेवल पर आने-जाने के लिए अलग-अलग जगहों पर कुल 16 एस्कलेटर्स लगाए जाएंगे। इसके साथ ही स्टेशन में लिफ्ट की सुविधा भी प्रदान की जाएगी। एनसीआरटीसी ने पूरे कॉरिडॉर में लिफ्ट का आकार ऐसा रखा है कि मेडिकल सबंधी सहायता के लिए इसमें स्ट्रेचर भी ले जाया जा सकता है। लोग स्ट्रेचर को स्टेशन और ट्रेन में आसानी से ले जा सकेंगे और इस प्रकार एनसीआर में कहीं भी मेडिकल सुविधा प्राप्त कर सकेंगे।
• वर्तमान में बेगमपुल आरआरटीएस स्टेशन की ऊपरी छत का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो गया है। इस स्टेशन में ग्राउंड, मैजनाइन, कॉनकोर्स और प्लेटफॉर्म मिलकर कुल चार लेवल होंगे। मैजनाइन लेवल के कार्य के अंतर्गत अभी स्लैब डालने का कार्य जारी है। इसके अलावा कॉनकोर्स और प्लेटफॉर्म लेवल बनाने के लिए खुदाई का कार्य साथ साथ किया जा रहा है। बेगमपुल स्टेशन का निर्माण टॉप डाउन तकनीक के आधार पर किया जा रहा है। इस प्रक्रिया में स्टेशन का निर्माण ऊपर से नीचे की ओर किया जाता है।


• बेगमपुल स्टेशन की लंबाई लगभग 246 मीटर, चौड़ाई लगभग 25 मीटर और स्टेशन की गहराई लगभग 22 मीटर होगी। मेरठ में बनाए जा रहे तीन भूमिगत स्टेशनों मेरठ सेंट्रल, भैंसाली और बेगमपुल में, बेगमपुल स्टेशन की गहराई सबसे ज्यादा होगी। नॉर्थ शाफ्ट की ओर से बेगमपुल स्टेशन तक टनल बनाने का जो कार्य चल रहा है उसके अंतर्गत सुदर्शन (टनल बोरिंग मशीन) को बेगमपुल स्टेशन में ही बनाई गई रिट्रीविंग शाफ्ट से बाहर निकाला जाएगा। इसे गांधी पार्क के पास नॉर्थ शाफ्ट में निर्मित लौंचिंग शाफ्ट से टनल निर्माण हेतु लॉंच किया गया है।
• मेरठ में मेरठ मेट्रो के 13 स्टेशन बनाए जा रहे हैं, जिनमें मेरठ साउथ, परतापुर, रिठानी, शताब्दी नगर, ब्रहमपुरी, मेरठ सेंट्रल (भूमिगत), भैंसाली (भूमिगत), बेगमपुल (भूमिगत), एमईएस कॉलोनी, दौरली, मेरठ नॉर्थ, मोदीपुरम स्टेशन और मोदीपुरम डिपो शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि ये सभी स्टेशन दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रीज़नल रैपिड ट्रांज़िट सिस्टम (आरआरटीएस) के बुनियादी ढांचे पर हैं और इनमें मेरठ साउथ, शताब्दी नगर, बेगमपुल और मोदीपुरम स्टेशनों पर मेरठ मेट्रो के साथ ही आरआरटीएस ट्रेनों की सुविधा भी लोगो के लिए उपलब्ध होगी।