ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती का अभिनन्दन समारोह

- ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती का अभिनन्दन समारोह, हुआ सम्मान
- प्रतापगढ़ जनपद से पूर्व मंत्री राजेन्द्र प्रताप सिंह, मोती सिंह व शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती जी के मीडिया प्रभारी डाक्टर शैलेन्द्र योगी उर्फ योगीराज सरकार सहित सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित रहे
बद्रीनाथ: पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती जी के सम्मान, समारोह में उपस्थित रहे तीन पीठ के शंकराचार्य। उक्त सम्मान समारोह श्रृंगेरी पीठ के शंकराचार्य स्वामी जगत गुरू शंकराचार्य स्वामी विधुशेषर भारती जी महाराज व शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी सदानन्द सरस्वती जी महाराज की गरिमा मई उपस्थित में सम्पन्न हुआ।


दो सौ साल में पहली बार तीन पीठो के शंकराचार्यो की उपस्थित एक मंच पर, ऐसा कई सालों में पहली बार हुआ है। तीनों पीठ के शंकराचार्यो ने सामूहिक रूप से कहा कि हम तीनों शंकराचार्य धर्म की रक्षा के लिए कार्य करेंगे तथा धर्म की पताका को पूरे देश में लहराएगे। पूरे देश में घूम घूम कर धर्म का प्रचार प्रसार किया जाएगा। उक्त जानकारी ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती के मीडिया प्रभारी डाक्टर शैलेन्द्र योगी उर्फ योगीराज सरकार ने दी है।

ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती के मीडिया प्रभारी डाक्टर शैलेन्द्र योगी उर्फ योगीराज सरकार ने कहा है कि ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती को सरस्वती की जगह गिरी लिखें जानें पर कुछ सन्यासियो के प्रस्ताव पर कहाँ कि पुरानी गिरी परम्परा लिखें जानें के लिए विचार किया जा सकता है। गिरी लिखें जानें के बारे में शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती ने श्रृंगेरी पीठ के शंकराचार्य स्वामी विधुशेषर भारती जी से अनुरोध किया तो श्रृंगेरी पीठ के शंकराचार्य स्वामी विधुशेषर भारती जी महाराज ने कहा कि आप जिसको अब शिष्य वनाएगे उसे गिरी परम्परा से गिरी लिखने का अधिकार दे सकते हैं।