Meerut

मेरठ के कबाड़ी बाजार में पुलिस का बड़ा छापा: 21 लड़कियां मुक्त, 9 गिरफ्तार, एशिया के सबसे पुराने रेडलाइट एरिया का काला सच उजागर

मेरठ : एशिया के सबसे पुराने रेडलाइट एरिया में शुमार मेरठ का कबाड़ी बाजार एक बार फिर सुर्खियों में है। बीती रात पुलिस की संयुक्त टीम ने यहां छापेमारी कर 21 लड़कियों को मुक्त कराया, जिनमें कई नाबालिग भी शामिल हैं। पुलिस ने मौके से कोठा संचालिका, चार दलाल और कुछ ग्राहकों सहित कुल 9 लोगों को गिरफ्तार किया।

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और विवादित पहचान

कबाड़ी बाजार का इतिहास मुगलकाल तक जाता है। यहां नीचे सेठों की दुकानें और ऊपर कोठे हुआ करते थे। नवाबों की रिहायश के पास शाम ढलते ही यहां मुजरे गूंजते थे। इतिहास में हरियाणा के एक नवाब और यहां की एक हसीन वैश्या के प्रेम और अदावत की दास्तां भी दर्ज है।
आजादी के बाद से यह इलाका मेरठ की छवि पर एक ‘कालिख’ की तरह रहा। लंबे संघर्ष के बाद 2019 में सोशल एक्टिविस्ट लोकेश खुराना की याचिका पर हाईकोर्ट ने 58 कोठों पर ताले लगवा दिए। हालांकि 2023 में 15 कोठों को इस शर्त पर खोलने की अनुमति मिली कि यहां परिवार रहेंगे, न कि देहव्यापार होगा। लेकिन दो वर्षों में खाकी की मौजूदगी के बावजूद यह गंदा धंधा फिर से पनपने लगा।

बीजेपी और कबाड़ी बाजार का सियासी रिश्ता

दिलचस्प बात यह है कि 2017 विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने अपने प्रचार की शुरुआत इसी इलाके से की थी। उस वक्त कबाड़ी बाजार दुल्हन की तरह सजाया गया था और अमित शाह यहां से रोड शो निकालते हुए गुजरे थे। समाज की मुख्यधारा से कटे लोगों ने पहली बार राजनीति की सुधि ली थी और वैश्याओं ने भाजपा को खुलकर आशीर्वाद दिया था। नतीजतन, यूपी में भाजपा की सरकार भी बनी।

मिशन शक्ति अभियान के तहत कार्रवाई

इस बार छापेमारी मिशन शक्ति अभियान के तहत की गई। क्षेत्राधिकारी कैण्ट नवीना शुक्ला के नेतृत्व में थाना एएचटीयू व महिला थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने यह कार्रवाई की। पुलिस ने बताया कि मुक्त कराई गई 17 महिलाओं को धन का लालच देकर जबरन देह व्यापार में धकेला गया था।

गिरफ्तार आरोपियों में मसूद, इलियास, जाकिर, याकुब (मेरठ निवासी), कन्हैया तामंग (प्रयागराज), राधा उर्फ शालू (दार्जिलिंग), सरिता (सीकर), शिल्पा (टोंक) और राजमाला (डूंगरपुर) शामिल हैं। पुलिस ने इनके पास से सात मोबाइल फोन और नकदी भी बरामद की।

आगे की कार्यवाही

गिरफ्तार सभी अभियुक्तों को विभिन्न धाराओं – अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम 1956, लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 और बीएनएस की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया है। मेरठ पुलिस का कहना है कि समाज विरोधी गतिविधियों पर ऐसी कार्रवाइयां लगातार जारी रहेंगी।

Munish Kumar

Munish is a senior journalist with more than 18 years of experience. Freelance photo journalist with some leading newspapers, magazines, and news websites, has extensively contributing to The Times of India, Delhi Times, Wire, ANI, PTI, Nav Bharat Times & Business Byte and is now associated with Local Post as Editor

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