
- पीटरहॉफ, शिमला से नई शुरुआत – छात्र बनेंगे ‘विद्यार्थी पत्रकार’, लिखेंगे अपने समुदाय और स्कूल की कहानियां
- डीपस्पैशियल और इंडियन एक्सप्रेस ग्रुप की साझेदारी से शुरू हुई पहल, मुख्यमंत्री के विज़न को मिला नया आयाम
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की भावना के अनुरूप, परियोजना-आधारित शिक्षा और 21वीं सदी के कौशलों को मिलेगा बढ़ावा
पीटरहॉफ, शिमला | 8 अगस्त 2025
हिमाचल प्रदेश ने शिक्षा के क्षेत्र में एक नया इतिहास रच दिया है। माननीय मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज ऐतिहासिक पीटरहॉफ, शिमला में edskExpress, देश का पहला राज्यव्यापी छात्र-केंद्रित डिजिटल न्यूज़ प्लेटफॉर्म का औपचारिक शुभारंभ किया। इस अनूठी पहल को डीपस्पैशियल और इंडियन एक्सप्रेस ग्रुप के सहयोग से विकसित किया गया है, जो राज्य के लाखों छात्रों को अपनी सोच और दृष्टिकोण व्यक्त करने का अवसर प्रदान करेगी।
दूरदर्शी पहल, बदलते समय की मांग
आज के दौर में, जब सूचना तक पहुंच आसान है लेकिन सही और सार्थक जानकारी तक पहुंच अब भी चुनौती है, edskExpress छात्रों को न केवल समाचार पढ़ने का अवसर देगा बल्कि उन्हें ‘विद्यार्थी पत्रकार’ बनाकर अपने अनुभव और विचार साझा करने का भी मौका देगा। यह पहल छात्रों को समाचार के जिम्मेदार उपभोक्ता के साथ-साथ रचनात्मक योगदानकर्ता बनने के लिए प्रेरित करेगी।
कार्यक्रम में गरिमामयी उपस्थिति
इस ऐतिहासिक अवसर पर माननीय शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, सचिव शिक्षा राकेश कंवर (आईएएस), निदेशक स्कूल शिक्षा आशीष कोहली (आईएएस), और राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा, राजेश शर्मा (आईएफएस) मौजूद रहे। कार्यक्रम में इंडियन एक्सप्रेस ग्रुप के वरिष्ठ महाप्रबंधक विनीत सिंह और डीपस्पैशियल के मुख्य विपणन अधिकारी सौरभ त्यागी भी शामिल हुए।







शिक्षा के क्षेत्र में नई दिशा
इस अवसर पर राज्य सरकार ने शिक्षा से जुड़ी कई और महत्वपूर्ण पहलों का भी शुभारंभ किया, जिनमें जियो-टैग्ड और जियो-फेंस्ड स्मार्ट उपस्थिति प्रणाली, मुख्यमंत्री डैशबोर्ड (विद्या समीक्षा केंद्र के तहत) और स्कूल एक्रेडिटेशन बेसलाइन रिपोर्ट शामिल हैं। ये सभी पहलें मिलकर हिमाचल प्रदेश को शिक्षा की गुणवत्ता और पारदर्शिता में नए मानक स्थापित करने में मदद करेंगी।


राजेश शर्मा का दूरदर्शी संदेश
राजेश शर्मा, राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा ने इस अवसर पर कहा:
“आज का दिन हिमाचल प्रदेश के शिक्षा जगत के लिए ऐतिहासिक है। edskExpress केवल एक समाचार मंच नहीं है, बल्कि यह हमारे छात्रों को अपने समुदाय, स्कूल और परिवेश की कहानियां दुनिया के सामने रखने का अवसर देता है। यह पहल माननीय मुख्यमंत्री के उस विज़न का प्रत्यक्ष विस्तार है, जिसमें वे एक सशक्त, जागरूक और प्रगतिशील युवा पीढ़ी देखना चाहते हैं। विद्यार्थी पत्रकार बनकर हमारे छात्र न केवल समाचार लिखेंगे बल्कि समाज के सक्रिय भागीदार भी बनेंगे। यह परियोजना-आधारित शिक्षा, बहुभाषी अभिव्यक्ति और संवाद, आलोचनात्मक सोच व नागरिक भागीदारी जैसे 21वीं सदी के कौशलों को मजबूत करेगी।”







साझेदारों की प्रतिबद्धता
सौरभ त्यागी, मुख्य विपणन अधिकारी, डीपस्पैशियल ने कहा:
“यह सिर्फ एक प्लेटफॉर्म का शुभारंभ नहीं, बल्कि एक आंदोलन की शुरुआत है। जब छात्रों को देखने, सवाल करने और अभिव्यक्त करने के साधन मिलते हैं, तो वे केवल जानकारी के उपभोक्ता नहीं रहते – वे बदलाव के वाहक बन जाते हैं।”



विनीत सिंह, वरिष्ठ महाप्रबंधक, इंडियन एक्सप्रेस ग्रुप ने कहा:
“इंडियन एक्सप्रेस हमेशा से सटीक और साहसी पत्रकारिता का प्रतीक रहा है। edskExpress के माध्यम से हम वही मानक हिमाचल के कक्षाओं तक ला रहे हैं। यह मंच आने वाली पीढ़ी को सशक्त, जागरूक और विचारशील बनाने में अहम भूमिका निभाएगा।”


edskExpress के बारे में
edskExpress छात्रों को उम्र के अनुसार उपयुक्त राष्ट्रीय और वैश्विक समाचार, महत्वपूर्ण समसामयिक घटनाएं और प्रेरणादायक कहानियां उपलब्ध कराता है। इस मंच के माध्यम से विद्यार्थी पत्रकार , यानी सरकारी स्कूलों के छात्र रिपोर्टर को प्रशिक्षित किया जाएगा, ताकि वे अपने स्कूलों, शिक्षकों, परंपराओं, सामाजिक विकास और समुदायों की कहानियां डिजिटल रूप में दर्ज और साझा कर सकें। यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के उद्देश्यों के अनुरूप है, जो अनुभवात्मक शिक्षा, बहुभाषी अभिव्यक्ति और सक्रिय नागरिकता को बढ़ावा देती है।
राहुल कुशवाह, संस्थापक एवं सीईओ, डीपस्पैशियल ने कहा:
“यह मील का पत्थर इस बात का प्रमाण है कि जब दृष्टिकोण, सहयोग और विश्वास एक साथ आते हैं, तो असंभव भी संभव हो जाता है। मैं माननीय मुख्यमंत्री, हिमाचल प्रदेश के शिक्षा विभाग, इंडियन एक्सप्रेस ग्रुप के हमारे साझेदारों और डीपस्पैशियल की समर्पित टीम का आभारी हूं, जिन्होंने इस मिशन में शुरुआत से ही विश्वास रखा। edskExpress सिर्फ एक मंच नहीं, बल्कि हमारे छात्रों से किया गया एक वादा है, कि उनकी आवाज़ मायने रखती है और उनकी कहानियां सुनी जाएंगी। आज सिर्फ शुरुआत है; हम मिलकर ऐसे रास्ते बनाते रहेंगे, जो युवा मस्तिष्क को सशक्त बनाएं और आने वाली पीढ़ियों पर स्थायी असर छोड़ें।”



