कैमकुस कॉलेज ऑफ लॉ में राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता का आगाज़, ऑनलाइन गेमिंग और साइबर अपराधों पर होगी कानूनी बहस

गाज़ियाबाद। संजय नगर सेक्टर-23 स्थित कैमकुस कॉलेज ऑफ लॉ में वकालत के विद्यार्थियों को कानूनी शोध, तर्कशक्ति और न्यायिक प्रक्रिया के व्यावहारिक प्रशिक्षण का अवसर प्रदान करने हेतु कमला सुकुल मेमोरियल नेशनल मूट कोर्ट प्रतियोगिता का आयोजन 7-8 नवंबर 2025 को किया जा रहा है।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अंबुज शर्मा ने बताया कि इस वर्ष की प्रतियोगिता का विषय अत्यंत समसामयिक और विचारोत्तेजक है —
“ऑनलाइन गेमिंग के कानूनी एवं नैतिक आयाम: साइबर उत्पीड़न एवं आत्महत्या के लिए उकसावे की पड़ताल — किस प्रकार आभासी आचरण एवं गेमिंग व्यवहार वास्तविक जीवन में आपराधिक दायित्व का कारण बन सकते हैं।”
उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता के माध्यम से न केवल विद्यार्थियों में कानूनी शोध और अभिव्यक्ति कौशल का विकास होगा, बल्कि आम जनमानस में साइबर सुरक्षा और डिजिटल नैतिकता को लेकर जागरूकता भी फैलेगी।
उप-प्राचार्या डॉ. नीतू मनकोटिया ने बताया कि इस प्रतियोगिता में राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, लखनऊ, गोरखपुर, नोएडा, मेरठ, हापुड़ और गाजियाबाद सहित विभिन्न राज्यों और शहरों के 18 विधि महाविद्यालयों की टीमें भाग ले रही हैं।
कॉलेज के निदेशक करूणाकर शुक्ल ने कहा कि विजेता टीम, सर्वश्रेष्ठ वक्ता और सर्वश्रेष्ठ मेमोरियल को कुल ₹11,000 की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी। इसके अतिरिक्त एससी ऑनलाइन की ओर से ₹32,000 के विशेष पुरस्कार भी दिए जाएंगे।
मूट कोर्ट समिति के छात्र संयोजक दीपक मिश्रा ने कहा कि “इस आयोजन से देश को ऐसे सक्षम अधिवक्ता मिलेंगे, जो कानून की जटिलताओं को समझने और उन्हें जनहित में सरल बनाने में योगदान देंगे।”
कार्यक्रम के दौरान डॉ. तब्बसुम बेग, डॉ. निलीमा अग्रवाल, विशाल त्रिपाठी, आयुष बाजपेयी, हर्षित भट्टी, सोमना सिंघल, मोहिनी डोभाल, प्रखर द्विवेदी, आभा त्यागी, कंचन, कृपाल सिंह आदि उपस्थित रहे।
यह प्रतियोगिता न केवल एक शैक्षणिक आयोजन है, बल्कि साइबर अपराध, ऑनलाइन गेमिंग और डिजिटल नैतिकता जैसे गंभीर सामाजिक मुद्दों पर कानूनी विमर्श का एक महत्वपूर्ण मंच भी बन रही है।



