नई दिल्ली: नगर निगम चुनाव कैंपेन के दौर में चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) ने मंगलवार शाम को महिला व्यापारियों की चौपाल बुलाई, जिसमें दिल्ली के अलग अलग क्षेत्रों की प्रभावशाली महिला व्यापारियों ने हिस्सा लिया, इसमें निगम चुनाव के मुद्दों पर चर्चा हुई।
चौपाल में सैलून, ब्यूटी पार्लर, बुटीक, जूलरी, मेकअप आर्टिस्ट, फैशन डिजाइनर, एंकर, मॉडल और ई-कॉमर्स जैसे बिजनेस से जुड़ी महिलाओं ने हिस्सा लिया। सीटीआई चेयरमैन बृजेश गोयल ने बताया कि दिल्ली में 2 लाख से अधिक महिलाएं कोई न कोई बिजनेस करती हैं। इनकी अपनी समस्याएं, शिकायत और सुझाव हैं। बैठक के सुझावों का ड्राफ्ट आम आदमी पार्टी को देंगे , जल्दी ही एक घोषणा पत्र भी तैयार करेंगे।
कोई भी राजनीतिक दल महिला व्यापारियों की परेशानियों पर गौर नहीं करता है। चौपाल में इसी पर मंथन हुआ। महिलाओं ने कहा कि दिल्ली के कई प्रमुख बाजारों में वीमन टॉयलेट्स नहीं है , इससे दुकान, शोरूम में काम करने वाली महिला कर्मचारी और बाजार में आनी वाली महिला खरीददारों को दिक्कत होती है। कई जगह महिलाओं के शौचालय हैं, तो गंदे रहते हैं। जरूरत पड़ने पर यूज तक नहीं कर सकतीं।
मार्केट में गाड़ियों की पार्किंग के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं , सड़क पर झगड़े होते हैं। दुकान के बाहर लगे बोर्ड पर एमसीडी नोटिस भेज देती है। इसकी फीस और टैक्स मांगा जाता है, जबकि व्यापारियों को पता नहीं कि कितने बड़ा बोर्ड लगा सकते हैं? अब भी निगम के कई डिपार्टमेंट के इंस्पेक्टर आकर दुकान सील करने की धमकी देते हैं , इससे मुक्ति चाहिए।
सीटीआई वीमन काउंसिल की अध्यक्ष मालविका साहनी ने कहा कि लाइसेंस प्रक्रिया को आसान बनाने की जरूरत है। ये ऑनलाइन होगा, तो सुगम होगा। पारदर्शिता होने पर भ्रष्टाचार भी नहीं होगा। बाजारों में साफ-सफाई का बड़ा मुद्दा है। निगम की सड़कें टूटी हुई हैं। ये सुधरना चाहिए।
मीटिंग में सीटीआई के महासचिव विष्णु भार्गव, जसविंदर कौर, डॉ. भारती तनेजा, निर्मल रंधावा, शिखा अग्रवाल शर्मा, तारा मल्होत्रा, निर्मल गुप्ता, शालिनी जैन, लवली अरोरा, गुलफ्सा कुरैशी, भारती घई, अमनदीप , अनामिका सिंह, निशा भोसले और शालिनी मताई समेत कई वीमन आंत्रप्रेन्योर ने हिस्सा लिया।