आयुष्मान भारत योजना की जीत: ईद के अवसर पर मेरठ की युवती ने जीता जीवन का दूसरा अवसर


गाजियाबाद: मेरठ जनपद की 28 वर्षीय नाजिश को ईद के मौके पर गाजियाबाद के यशोदा अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट के जरिए नया जीवन मिला है। इस खुशी की खबर आपके लिए हमेशा यादगार रहेगी। भारत सरकार की आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत इस ट्रांसप्लांट का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया है। इसे नाजिश और उसके परिवार के लिए एक तोहफे से कम नहीं माना जा सकता है।
इस बात की जानकारी के मुताबिक, मेरठ जनपद की सरधना तहसील के दौराला ब्लॉक स्थित वालिदपुर गांव में सलीम अहमद और सबीला की बेटी नाजिश की किडनी जवाब दे गई थी। जब डॉक्टरों को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने तत्परता के साथ किडनी ट्रांसप्लांट के लिए सलाह दी। हालांकि, सलीम और उनका बेटा आजम मजदूरी करके परिवार के साथ मेहनती जीवन बिता रहे थे। ऐसे में किडनी ट्रांसप्लांट के लिए आर्थिक खर्च सबको ही चिंतित कर रहा था, लेकिन धन्यवाद हो राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रशासन (एनएचए) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत उन्हें इस ऑपरेशन के लिए कोई भी खर्च नहीं उठाना पड़ा।

किडनी ट्रांसप्लांट के बाद, नाजिश ईद के दिन अपने परिवार के बीच पहुंची है और उनका परिवार इस बात से अत्यंत प्रसन्न है। नाजिश की बहन फरहीन ने बताया कि बहन और मां (डोनर) दोनों पूरी तरह स्वस्थ हैं और अपने नए जीवन का आनंद उठा रही हैं। इससे पहले जब परिवार को आयुष्मान भारत योजना के बारे में पता चला, तो वे सभी हकीकत से चौंक गए थे। यह योजना उनके लिए अनमोल उपहार साबित हुई है।
इस ऑपरेशन का आयोजन 20 जून को किया गया था और 27 तारीख को मां और बेटी दोनों को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। नाजिश अब एक नए जीवन की शुरुआत करने के लिए तत्पर है और उसके परिवार के लिए यह वाकई अनमोल उपहार है।