पश्चिम उत्तर प्रदेश में हुई बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसल को बड़ा नुकसान

मेरठ: पश्चिम उत्तर प्रदेश में दो-तीन दिन की हुई बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की फसल जिसमें मुख्य रुप से गेहूं, सरसों, चना को बड़ा नुकसान पहुंचा है। पश्चिमी विक्षोभ यानी वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के असर से बीते सप्ताह से मौसम में बदलाव हो रहा है, जिससे एक तरफ जहां गर्मी से राहत मिली है तो वहीं किसानों पर मौसम की भारी मार पड़ी है।



गेहूं की आधे से ज्यादा फसल तेज बारिश के कारण लेट गई । खेत में पानी भर जाने से खेत में कटी हुई फसल को भी बड़ा नुकसान, जिसमें कई किसानों की कटी हुई सरसों को बड़ा नुकसान पहुंचा है।

भारी वर्षा के बाद दौराला क्षेत्र में जड़ों में अधिक जल जमाव के कारण गेहूं और सरसों की फसल को नुकसान हुआ है।
एक किसान ने कहा, “मैंने कुछ दिन पहले गन्ना लगाया था, लेकिन भारी बारिश ने बीज को कुचल दिया, और मैंने बीज और उर्वरक सहित लगभग सब कुछ खो दिया।”