
मेरठ : एस एस पी कार्यालय मे आज उस समय हड़कंप मच गया जब एक दुष्कर्म की पीड़िता ने कार्यालय परिसर में आत्मदाह का प्रयास किया। युवती के हाथ में पेट्रोल की बोतल देख मौजूद पुलिसकर्मियों के हाथ पाँव फूल गए किसी तरह पुलिस कर्मियों ने उससे बोतल छीनी और उसे एस एस पी के सामने पेश किया। जहाँ पीड़िता ने अधिकारीयों के सामने रोते हुए अपनी आपबीती सुनाई। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान एस एस पी कार्यालय में अफरातफरी का माहौल बना रहा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2017 में जानी थाना क्षेत्र की रहने वाली एक युवती ने टी पी नगर थाने में तेजपाल और उसके बेटे संजू के खिलाफ दुष्कर्म, पोस्को एक्ट, छेड़छाड़ समेत मारपीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। गौरतलब है को उस वक़्त पीड़िता नाबालिग थी। पुलिस ने मामले में लापरवाही बरती जिसके चलते संजू और उसके पिता तेजपाल आज तक फरार चल रहे हैं।
पीड़िता ने इस मामले में कई बार सम्बंधित थाने की पुलिस और अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन कार्रवाई नहीं की गई।पीड़िता ने अधिकारीयों के सामने रोते हुए बताया की बीती सात सितम्बर को जब वह अपने खेतों में काम कर रही रही थी तो संजू खेत पर पहुंच गया और अपने साथियों के साथ मिलकर उसे घेर लिया और एक बार फिर उसका रेप किया। रेप के बाद संजू ने उससे समझौता कारण की धमकी दी और ऐसा ना करने पर अपहरण करने और जान से मारने की धमकी दी। पीड़िता ने कहा है की क्षेत्र में उसका रहना दूभर हो गया है इतना ही नहीं वारंट जारी होने के बावजूद गिरफ्तारी नहीं हो सकी है, बताया कि थाने पहुंचने पर पुलिसकर्मी भी पीड़िता से अभद्रता करते हैं।
एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने संबंधित सर्किल प्रभारी को मामले की जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।