
गाज़ियाबाद : पिछले सप्ताह हुई हल्की बारिश और आंधी के कारण नीचे आया पारा एक बार फिर से सूरज की तेज तपन और गर्म हवाओं के कारण चढ़ने लगा है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को अधिकतम तापमान 44 डिग्री और न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रहने की आशंका जताई है, वहीं बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान 42 डिग्री और न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। पिछले एक सप्ताह के मुकाबले तापमान में पांच डिग्री की बढ़ोतरी हुई है। मौसम विभाग की माने तो अभी एक सप्ताह तक गर्मी से राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं। रविवार इस सीजन का सबसे गर्म दिन हो सकता है, तब अधिकतम तापमान 45 डिग्री के भी पार पहुंच सकता है। शुक्रवार सुबह 9 बजे ही घर से बाहर निकले लोगों को यह अहसास हो गया था कि आज गर्मी जमकर पड़ेगी। दिन चढ़ने के साथ ही तापमान बढ़ने लगा। बाहर निकले लोगों के हाथों में पानी की बोतलें थी, जो उन्हें बार-बार गला तर करने के लिए मदद कर रही थी। जिनके पास पानी का प्रबंध नहीं था, वो कन्फेक्शनरी से पानी की बोतल खरीदते नजर आए, तो कुछ लोग शीतय पेय, शिकंजी, नारियल पानी, जूस, लस्सी को प्राथमिकता देते रहे। कालेज की छुट्टी के बाद बाहर निकली छात्राएं दोपहर को सूरज के तल्ख तेवरों से बचने के लिए दुपट्टों से चेहरे व सिर को ढकने का प्रयास करती दिखीं, तो छात्रों ने स्वाफी से चेहरा ढका था। गर्मी अधिक होने की वजह से फील्ड में काम करने वाले लोग जल्द काम निपटाकर अपने घर-दफ्तर लौटना चाहते थे। राष्ट्रीय राजमार्ग और शहर की प्रमुख सड़कों पर दोपहर के समय आम दिनों की तरह यातायात का दबाव कम दिखा।

गर्मी का असर स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है। जिला नागरिक अस्पताल की ओपीडी में उल्टी, दस्त और डायरिया के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। जबरदस्त गर्मी में चिकित्सा विशेषज्ञों ने शुद्ध पेय पदार्थों के सेवन की सलाह दी है और खुले में बिकने वाले कटे-फटे फल व पेय पदार्थों से बचने का सुझाव दिया है। डॉक्टरों के अनुसार लापरवाही उल्टी-दस्त, डायरिया का कारण बनती है। लोग सावधानी बरतकर खुद को बीमार होने से बचा सकते हैं। वरिष्ठ पेट रोग विशेषज्ञ डा.बीडी पाठक बताते है कि गर्मी से बचने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि हम अपने शरीर में पानी की कमी न होने दें। इसलिए नियमित अंतराल में शुद्ध पेयजल का सेवन करें। घर पर ही लस्सी, छाछ, शिकंजी, जूस और ओआरएस का घोल पीना सबसे उत्तम है। प्रतिदिन सुबह के समय एक घंटे नियमित व्यायाम, योग एवं ध्यान करना चाहिए। बाहर से पानी खरीदकर पीने की बजाय घर से बोतल साथ लेकर चलें और बाहर के खाने से परहेज। हल्का भोजन करें और सलाद जरूर खाना चाहिए। रात में सबसे कम मात्रा खाना चाहिए और आधा घंटा सैर जरूर करनी चाहिए।