
दोनो भाईयों को चार दिन पहले ही दोनो को मेरठ पुलिस ने असम पुलिस को सौंपा था
मेरठ : दो लाख का ईनामी रहा गौ तस्कर अकबर बंजारा और उसके भाई को असम पुलिस ने मंगलवार को मुठभेङ के दौरान ढेर कर दिया। चार दिन पहले ही मेरठ पुलिस ने अकबर बंजारा और उसके भाई को असम पुलिस को सौंपा था। बताया गया कि कोर्ट से रिमांड मिलने पर असम पुलिस उन्हे पूछताछ के लिए गई थी। आरोप है कि उसी दौरान दोनो भाई पुलिस कस्टडी से भाग निकले। जिसके बाद पुलिस से हुई मुठभेङ में दोनो की मौत हो गई।

मेरठ के फलावाद का रहने वाले अकबर बंजारा और उसके भाई सलमान पर लंबे समय से गौ तस्करी के आरोप लगते रहे है। बताया गया कि वे देश के कई राज्यो से गो मांस बांग्लादेश भेजा करते थे। अकबर बंजारा असम पुलिस का वंटेड रहा। उस पर असम पुलिस ने दो लाख का ईनाम घोषित किया था। असम पुलिस से बचने के लिए अकबर बंजारा अपने गांव फलावदा में आकर रहने लगा था। इस बात का पता चलने पर मेरठ पुलिस ने एक सप्ताह पहले अकबर बंजारा और उसके भाई सलमान को गिरफतार किया था। उनकी गिरफतारी की सूचना पर असम पुलिस बी-वारंट पर उन्हे अपने साथ ले जाने के लिए यहां पहुंची थी।
चार दिन पहले दोनो को मेरठ पुलिस ने असम पुलिस को सौंपा था। इसकी एवज में असम पुलिस ने ईनाम के दो लाख रूपये की राशी मेरठ पुलिस को दी थी। बताया गया कि मंगलवार को असम राज्य के कोकराझार जिला कोर्ट से रिमांड लेने के बाद असम पुलिस अकबर और सलमान को पूछताछ के लिए थाना गोसाईगांव ले गई थी। वहां से अकबर बंजारा और उसका भाई सलमान पुलिस कस्टडी से भाग निकले। उन्हे पकङने के लिए पुलिस ने घेराबंदी की। इसी दौरान हुई मुठभेङ में पुलिस ने दोनो को मार गिराया। एसपी देहात केशव कुमार ने अकबर बंजारा और उसके भाई सलमान की पुलिस मुठभेङ में मौत होने की पुष्टि की है।

