
मेरठ : एसटीएफ की टीम ने भावनपुर थाना क्षेत्र से एक फर्जी दरोगा को गिरफ्तार किया है। बागपत निवासी यह युवक पिछले काफी समय से खुद को एसटीएफ का दरोगा बता कर दर्जनों लोगों के साथ ठगी की वारदात को अंजाम दे चुका था। पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ कि पुलिस भर्ती में फेल होने पर युवक ने अखबार में छपी खबर से प्रेरित होकर फर्जी दरोगा बनकर ठगी का काम शुरू किया था। एसटीएफ के अधिकारियों के मुताबिक आरोपी के खिलाफ कई जिलों के थानों में जालसाजी के मुकदमे दर्ज हैं।
एसटीएफ के अपरी पुलिस अघीक्षक ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि उनकी टीम को पिछले काफी समय से एसटीएफ के फर्जी दरोगा द्वारा कई लोगों से ठगी किए जाने की जानकारी मिल रही थी। शुक्रवार को मुखबिर की सटीक सूचना पर एसटीएफ के सब इंस्पेक्टर अरुण कुमार निगम के नेतृत्व में एसटीएफ की टीम ने भावनपुर थाना क्षेत्र में गंगानगर बीएनजी तिराहे के पास से बाइक सवार एक युवक को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए युवक ने अपना नाम बागपत जनपद के सादिकपुर सिनौली निवासी अमित शर्मा पुत्र राधेश्याम शर्मा बताया।

एसटीएफ की टीम को आरोपी के पास से यूपी पुलिस के दरोगा का एक फर्जी आईकार्ड और दो मोबाइल भी बरामद हुए। पूछताछ के दौरान अमित ने बताया कि वह पिछले काफी समय से यूपी पुलिस में दरोगा की तैयारी कर रहा था, लेकिन भर्ती में फेल हो गया। इसी दौरान उसने एक बार अखबार में किसी व्यक्ति द्वारा पुलिस का फर्जी दरोगा बनकर ठगी किए जाने की खबर पढ़ी। जिस पर उसने फर्जी दरोगा बनने का प्लान बनाया। प्लानिंग के तहत अमित ने पुलिस की वर्दी सलवाई और वर्दी पहन कर फोटो खिंचाने के बाद एक फर्जी आईडी कार्ड बना लिया। जिसके बाद वह इस कार्ड को दिखा कर खुद को एसटीएफ का दरोगा बता कई लोगों के साथ लाखो की ठगी की वारदात को अंजाम दे चुका था। एसटीएफ के अधिकारियों के मुताबिक आरोपी के खिलाफ सहारनपुर, शामली और बागपत के थानों में कई मुकदमे दर्ज हैं। आरोपी पहले भी जेल जा चुका है।