मेरठ : आइ एम ए ने प्रातः 8:00 से 2 अप्रैल 2022 प्रातः 8:00 बजे तक सभी मेडिकल सेवाएं बाधित करने का आह्वान किया है

मेरठ : आई एम में की एक महिला सदस्य डॉ अर्चना शर्मा निवासी दौसा राजस्थान को एक मरीज के इलाज के दौरान मृत्यु के पश्चात पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों व नेताओं द्वारा प्रताड़ित किया गया तथा उन्हें गलत धाराओं में आरोपित किया गया आहत होकर उन्होंने अपनी बेगुनाही का सबूत आत्महत्या कर के एक सुसाइड नोट द्वारा लिखा जिसमें उन्होंने लोगों से बेगुनाह डॉक्टर को ना सताने की अपील की है।

इस संदर्भ में आइ एम ए मेरठ ने प्रातः 8:00 से 2 अप्रैल 2022 प्रातः 8:00 बजे तक सभी मेडिकल सेवाएं बाधित करने का आह्वान किया है आज दिनांक 1 April 2022 को आई एम ए प्रांगण में IMA अध्यक्षा डॉ रेनू भगत के नेतृत्व में एक आपातकालीन बैठक का आयोजन किया जिस का संचालन IMA की सचिव डॉक्टर अनुपम सिरोही ने किया I बैठक में डॉक्टर अर्चना शर्मा को श्रद्धांजलि देते हुए 2 मिनट का मौन रखा तथा डॉ अनुपम सिरोही ने आईएमए की मांगे दोहराते हुए कहा कि डॉ अर्चना शर्मा व डॉ सुमित उपाध्याय पर धारा 302 लगाने वाले पुलिस अफसर तुरंत बर्खास्त हो एवं इन पर डॉ अर्चना शर्मा को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मुकदमा दर्ज हो वह असामाजिक तत्व एवं स्थानीय नेता जो प्रसूता के परिजनों को कर उकसा कर मृत शरीर को वापस अस्पताल लाए उनकी पहचान और गिरफ्तारी हो वह उन को दंड दिया जाए l


पुलिस एवं प्रशासन द्वारा की गई असंवेदनशील एवं गैर कानूनी कार्रवाई को देखते हुए स्थानीय प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को निलंबित किया जाए। चिकित्सा कर्मियों के विरुद्ध दर्ज होने वाले मामलों में जेकब मेथ्यु केस में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए निर्देश की अवमानना का मुकदमा राजस्स्थान के शीर्ष प्रशासनिक अधिकारियों पर दर्ज हो एवं भविष्य में इसकl पालन सुनिश्चित हो तथा नई sop जारी हो जो पुलिस अधिकारी SOP की अहवेलना करे उस पर अदालत की अवमानना का केस दर्ज करने के निर्देश जारी हो।


आई एम ऐ अध्यक्ष डॉ रेनू भगत ने बताया की पोस्टपार्टम हैम्रेज क्या होता है और इससे क्या क्या जटिलताएं उत्पन्न होती हैं, प्रसूता की मृत्यु भी उनमें से एक है ।
जिस प्रकार इस स्थिति को बेकाबू करके डॉक्टर को आत्महत्या करने पर मजबूर किया गया ऐसे में चिकित्सक गणों को संगठित होने की सलाह दी तथा जिस प्रकार मेरठ में IMA स्तर पर एक सशक्त टास्क फोर्स है वैसी देश में जगह-जगह बनाने को कहा गया जिससे ऐसी घटनाओं को समय रहते रोका जा सके ।
पूर्व आई एम में अध्यक्ष डॉक्टर अनिल कपूर ने ऐसे मामले में आम जनता जुडिशरी पुलिस, वकील आदि को संवेदनशील बनाने तथा पुलिस को ऐसी स्थिति में सही नियम कानून याद रखने वह थानों में अंकित करने की बात कही।
डॉ तनुराज सिरोही ने इस प्रकरण को प्रेरणा स्रोत लेकर निर्भयl ऐक्ट के स्वरूप डाॅ अर्चना शर्मा एक्ट बनाने की बात कही।

डॉ प्रियंका, डॉक्टर भारती महेश्वरी, डॉ मृदुला त्यागी, डॉक्टर सुशील गुप्ता, डॉक्टर एस के त्यागी, डॉक्टर शिशिर जैन, डॉक्टर संदीप जैन, डॉ गौरव मिश्रा,डॉक्टर भूपेंद्र चौधरी,डॉक्टर जेबी चिकारा, डॉ ऋषि भाटिया तथा डॉक्टर उमंग अरोरा आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए
इस प्रकरण को लेकर सारे चिकित्सा जगत में रोष था। बैठक में तकरीबन 400 चिकित्सकों ने भाग लिया l बैठक उपरांत आई एम ए के प्रतिनिधि मंडल ने जिलाधिकारी को उनके कैंप कार्यालय में जाकर इस संबंध में एक ज्ञापन सौंपा l
डॉ उमंग अरोरा
IMA मीडिया सचिव
