मेरठ : स्टेडियम के कुक के बेटे ने दिखाया तीरंदाजी में अपना जलवा, एशियन गेम्स समेत तीन मुख्य स्पर्घाओं में बनाई जगह

मेरठ: आपदा में अवसर तलाश कर नीरज चौहान ने अपने परिवार के साथ पूरे शहर को गौरवांवित कर दिया है। तीस साल तक कैलाश प्रकाश स्टेडियम की मेस में कुक रहे अक्षयलाल चौहान के बेटे नीरज ने हरियाणा के सोनीपत में आयोजित तीरंदाजी ट्रायल में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। इससे एशियन गेम्स,तीरंदाजी वर्ल्डकप और वर्ल्ड गेम्स जैसी तीन मुख्य स्पर्धाओं में नीरज का स्थान पक्का हो गया है।
कोरोना काल में पिता की नौकरी छूटने के बाद पिता के साथ सब्जी बेचकर इस मुकाम पर पहुंचे नीरज की हिम्मत को देख पूरा शहर आज उन पर नाज कर रहा है।

अक्षयलाल चौहान मूलरूप से गोरखपुर के रहने वाले हैं। वे तीस साल तक कैलाश प्रकाश स्टेडियम की मेस में कुक का रहे। कोरोना काल में अक्षयलाल की नौकरी छूट गई। अक्षयलाल ने परिवार का पेट पालने के लिए सब्जी को ठेला लगाना शुरू कर दिया। उनके तीरंदाज बेटे नीरज व मुक्के बाज बेटे सुनील भी उनके काम में हाथ बटाने लगे।
इसी दौरान नीरज और सुनील का सब्जी बेचते हुए वीडियो वायरल हो गया। जिसका संज्ञान केन्द्रीय मंत्री किरण रिजिजू के द्वारा लिए जाने पर मंत्रालय ने दोनो भाइयों को 5-5 लाख की सहायता राशि दी। इसके बाद नीरज ने अपने खेल पर फोकस बढा दिया। थोङे दिनो बाद ही उसका खेल कोटे से आईटीबीपी में सलेक्शन हो गया।

हरियाणा के सोनीपत में 24 से 30 मार्च तक आयोजित तीरंदाजी ट्रायल में नीरज ने भाग लिया। इसमें उसे दूसरा स्थान प्राप्त हुआ। इससे एशियन गेम्स,वर्ल्डकप और वर्ल्डगेम्स में नीरज ने अपना स्थान बना लिया है। एशियन गेम्स नवंबर में जकार्ता में होंगे। जबकि अप्रैल में वर्ल्डकप तुर्की के अंटालया व वर्ल्ड गेम्स यूएसए में होंगे। माना जा रहा है कि नीरज अब अपने लक्ष्य से कुछ ही दूर है।
नीरज के परिवार को बेघर करने पर तुला स्टेडियम प्रशासन:
देश का नाम रोशन करने की तैयारी कर रहा नीरज को इन दिनो मकान की चिंता सता रही है। उसके पिता की कैलाश प्रकाश स्टेडियम से छुट्टी करने के बाद अब स्टेडियम की ओर से उन्हे आवंटित अस्थाई आवास को खाली करने का नोटिस दिया गया है। बताया गया कि घर खाली कराने के लिए उनके घर की बिजली और पानी काट दिए गये हैं। अक्षयलाल का कहना है कि तीस साल तक उन्होने स्टेडियम की मेस में कुक का काम किया है। लेकिन अब अधिकरी उसकी गुहार सुनने को तैयार नहीं है।
