
मध्य प्रदेश के इंदौर में बग्समिरर नाम की कंपनी चलाने वाले अमन पांडे ने गूगल में लगभग 300 गलतियां ढूंढ निकली है।जिसके लिए गूगल ने उन्हें लगभग 66 करोड़ रुपये पुरस्कार के तौर पर दिया है। अमन पांडे ने इंदौर में लगभग 2 महीने पूर्व अपनी एक कंपनी की आरंभ की है, लेकिन लगभग 2 वर्ष से वो गूगल में छुपी हुई कमियों को तलाशने में लगे हुए थे।
उन्होंने अभी तक लगभग 300 से अधिक गलतियों को ढूंढ निकाला है ।बग्समिरर नाम की अमन की कंपनी में लगभग 15 मेम्बरों का स्टाफ है। उनके मुताबिक इससे पहले सैमसंग कंपनी ने भी अपनी गलतियां ढूंढने पर उन्हें पुरस्कार दे चुकी है। भोपाल एनआईटी से उन्होंने बीटेक किया है।
दरअसल उन्होंने यह तो नहीं बताया कि उन्हें अभी तक गूगल से कितनी राशि मिली है, लेकिन उनका कहना था कि उन्हें पुरस्कार के तौर पर जितना भी पैसा दिया है, उसका उपयोग अपनी कंपनी को आगे बढ़ाने के लिए कार्य में लगा रहे हैं ।भोपाल से बीटेक करने के बाद अमन ने 2021 में अपनी कंपनी का रजिस्ट्रेेेेेशन कराया था।अमन की कंपनी बग्समिरर गूगल, एप्पल और अन्य कंपनियों को उनके सिक्योरिटी सिस्टम को अधिक मजबूत बनाने में सहायता करती है। अमन अपनी टीम के साथ मिलकर इंदौर में ही इन दिनों कार्य कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक एंड्राइड वल्नरेबिलिटी रिवॉर्ड कार्यक्रम के अनुसार वर्ष 2019 में पहली बार अपनी रिपोर्ट दी थी और तब से अब तक वह एंड्राइड वल्नरेबिलिटी रिवॉर्ड कार्यक्रम के लिए 280 से अधिक वल्नरेबिलिटी के बारे में रिपोर्ट कर चुके हैं। पिछले वर्ष इस कार्यक्रम के अनुसार 220 सिक्योरिटी रिपोर्ट के लिए 2,96,000 $ का भुगतान किया गया था।
आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि बग्समिरर कंपनी के अमन ने कहा कि उनकी यह कंपनी एंड्राइड और अन्य ऑपरेटिंग सिस्टम पर रिसर्च करती है। पिछले तीन चार वर्षो में ऐसे सिस्टम तैयार किए गए है जिसके माध्यम से जल्द से जल्द बग्स खोजे जाते है। इस साल लगभग 300 के करीब बग्स को वह रिपोर्ट कर चुके है। गूगल के अलावा अन्य भी कई नामी कंपनी के बग्स खोजकर वह रिपोर्ट कर चुके है।