
एनएमओ (नेशनल मेडिकोज ऑर्गनाइजेशन) के तत्वाधान में “मतदान की शक्ति -राष्ट्र की भक्ति” के संदेश के साथ मतदाता जागरूकता अभियान आरम्भ किया गया है। इसी संदर्भ में एन एम ओ के सदस्यों जिसमें डॉ वीरोत्तम तोमर, डॉ ऋषि भाटिया, डॉ उमंग अरोरा ,डॉक्टर विजय सिंह, डॉक्टर ज्ञानेश्वर टोंक , डॉ अनिल कपूर ,डॉ राजीव मित्तल डॉ प्रदीप शुक्ला एवम डॉ बृजभूषण शर्मा ने अजय अस्पताल, लोकप्रिय अस्पताल, एस डी एस ग्लोबल एवं आर्याव्रत अस्पताल में मतदान जागरूकता अभियान चलाया तथा अस्पतालों के चिकित्सकों व कर्मचारियों से बातचीत की । मत की शक्ति के गुण बताते हुऐ ज्यादा से ज्यादा संख्या में मतदान करने के लिए प्रेरित किया।
बातचीत के दौरान एन एम ओ के वक्ताओं ने बताया
संविधान ने हमें अपनी पसंद वाली सरकार चुनने के लिये अपने मत (वोट) का मौलिक अधिकार दिया है। हमारा मत कितना शक्तिशाली है इसका परिचय हम भारतीय कई बार दे चुके हैं। मतदाता ही सर्वशक्तिमान होता है, यही लोकतंत्र की शक्ति भी होती है, स्वाधीन भारत के इतिहास में सभी चुनावों में औसतन 50 से 60% मतदाता ही अपने मत का प्रयोग करते रहे हैं, तथा मात्र 30 से 40% मत पाने वाले दल विजेता भी हो जाते हैं, अर्थात जितने नागरिकों के मतों से एक दल विजेता हो जाता है वही उससे कहीं अधिक मतदाता अपने मत (वोट) का प्रयोग नहीं करते। निश्चय ही लोकतंत्र के लिए यह अच्छा नहीं है,
• सभी नागरिकों द्वारा मतदान करना जितना आवश्यक है उतना ही मतदान से पूर्व यह विचार भी आवश्यक है कि वह अपने मत का चयन किस आधार पर करें।


राज्य कानून व्यवस्था पुख्ता हो
• किसी लूटमार के उसके परिवार तक निर्भीकता से किसी भी समय सुरक्षित पहुंचा सके।
हमारी बेटियां बाजार और विद्यालय से बिना किसी डर से सुरक्षित घर पहुंचे
- आपका एक मत कोरोना जैसी महामारी के लिये प्रत्येक के लिये निःशुल्क वैक्सीन दे सके।
● आपका हर एक वोट हत्यारे, माफियाओं, आतंकियों एवं अपहरणकर्ताओं से मुक्त समाज को निर्भीकता से जीने का आनंद दिला सके।
● आपके हर वोट से देश व राज्य में उत्कृष्ट सड़कों व हाईवे का जाल तथा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, बुलेट ट्रेन का सपना भी पूरा करवा सके l
● इस वोट से हमारे बच्चों को उच्च शिक्षा व रोजगार के अवसर के लिये अन्य राज्यों में न भटकना पड़े।
● चिकित्सा के लिये एम्स जैसे अस्पतालों व मेडिकल कॉलिजों में सस्ता व सुलभ इलाज मिल सके।
● आपकी वोट से आम जनता को रोटी, कपड़ा, गैस और मकान जैसी मूलभूत सुविधाएं बिना लालफीताशाही तथा रिश्वत के उपलब्ध हो सके l
अपने इस योगदान के लिये हम गौरवान्वित हो सकें। हम स्वयं जागृत होकर जाति, संप्रदाय जैसे छोटी सोच से ऊपर उठकर राष्ट्रहित को सर्वोपरि मानते हुए तथा भविष्य में पश्चाताप के भागीदार ना हों तथा आने वाली पीढ़ी भी हमारी उदासीनता को न धिक्कारे, इसके लिये आगे आकर अपने परिवार और अपने परिचित सभी मतदाताओं को जागृत करते हुए शत-प्रतिशत मतदान में सहयोग करें।
