
गाज़ियाबाद : पिछले दो दिनों से हो रही बरसात से बदहाल हुई सिद्धार्थ विहार की सड़कें। सड़कों पर जगह जगह पानी भरा।स्कूली बच्चों, ऑफिस आने जाने वालोँ को पड़ना कर रहा है परेशानी का सामना ।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गड्ढा मुक्त प्रदेश की सच्ची तस्वीरें दिखाता सिद्धार्थ विहार का इलाका जहां सड़कें पानी और गड्ढे से चमक रही हैँ।
वर्षों से यहां की सड़कें बदहाल स्थिति में हैँ ।सड़क किनारे बड़ी बड़ी झाड़ियां उग आई हैँ ।शाम ढलते ही इलाका अंधकार में डूब जाता है। विदित है की सिद्धार्थ विहार में रहने वाले लोग आने जाने के लिए लोग अपने साधन पर निर्भर हैँ । सिद्धार्थ विहार में आसपास कोई भी सरकारी अस्पताल, एटीएम, पोस्ट ऑफिस, पेट्रोल या सीएनजी पंप या बैंक नहीं है और सभी कार्यों के लिए लोगों को प्रताप विहार, इंदिरापुरम, वसुंधरा, वैशाली या नोएडा का रुख करना पड़ता है।

25000 से अधिक परिवार रह रहे हैँ विभिन्न सोसाइटी में
आवास विकास द्वारा विकसित की जा रही परियोजना में प्राइवेट बिल्डर्स द्वारा विभिन्न सोसाइटी विकसित की जा रही हैँ । जिनमे से कुछ सोसाइटी जैसे प्रतीक ग्रैंड सिटी, अपैक्स क्रेमलिन, गौर सिद्धार्थम और आवास विकास की ब्रह्मपुत्र एन्क्लेव, गंगा यमुना सोसाइटी हैँ और बाकी सोसाइटी का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
बदहाल हालत में हैं सड़कें
एनएच 9 स्लिप रोड़ से डेढ़ किलोमीटर की यह सड़क गंगा जल परियोजना जो की पिछले पांच वर्ष से लाइन बिछाने का कार्य के चलते बदहाल स्थिति में हैँ, जिसके चलते यहां रहने वाले परेशान हैँ। जगह जगह पर सड़क खोदकर छोड़ दी गई है और अब आलम यह है की साल भर यहां पर लोग धूल मिट्टी, जलभराव की समस्या से परेशान हैँ।
सड़कों पर इतने गड्ढे हो चुके हैँ की थोड़ी बारिश में यह तालाब बन जाती हैँ। पांच किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर लगाकर पहुंचते हैँ घरों को सोसाइटी में रहने वाले लोग ।खस्ताहाल सड़कों के चलते न्यू लिंक रोड़ का चक्कर काटते हुए अपने घरों तक पहुँचते हैँ जिसमे समय और ईंधन की बर्बादी होती है ।



नहीं है इस सड़क के दोनों ओर स्ट्रीट लाइट्स की व्यवस्था
डेढ़ किलोमीटर से अधिक की इस सड़क पर दोनों ओर या डिवाइडर पर कोई भी स्ट्रीट लाइट्स नहीं है। जिसके चलते शाम होते ही यह इलाका अंधकार में डूब जाता है. कई जगह पर या तो पोल गायब हो चुके हैँ या टूट कर नीचे गिरे पड़े हैँ।
आवास विकास कर रहा है सिद्धार्थ विहार योजना का रखरखाव
सिद्धार्थ विहार योजना का आवास विकास द्वारा बड़े जोर शोर से कुछ वर्ष पूर्व प्रचार किया गया था और दिल्ली एनसीआर से कनेक्टिविटी के चलते कई लोगों ने यहां पर फ्लैट्स बुक करवाए। सिद्धार्थ विहार की बदहाल स्थिति पर कई बार लोग विद्यायक, आवास विकास के कार्यालय के चक्कर काट चुके हैँ ।कई बार जनसुनवाई पर भी इस विषय पर शिकायत की गई है परन्तु हैरानी की बात यह है की आज तक किसी के द्वारा कोई कार्य नहीं किया गया. इसको लेकर लोगों में रोष है।