मेरठ : सिने जगत की सौ साल की यादो के साथ जमींदोज हो रहा अप्सरा सिनेमा

मेरठ : सिने जगत की सौ साल की यादों को अपने सीने में समेटे शहर का अप्सरा सिनेमा अब इतिहास बन जाएगा। सोमवार को इसकी बिल्डिंग तोङने की कार्रवाई शुरू कर दी गई। इस सिनेमाघर में सिल्वर स्क्रीन के बेताज बादशाह रहे अभिनेता पृथ्वीराज कपूर भी थिएटर करने आया करते थे।
शहर के दिल घंटाघर के पास स्थित अप्सरा सिनेमा कभी सिने प्रेमियो के लिए मूवी देखने के लिए पहली पसंद हुआ करता था। बदलते वक्त और टेक्नोलॉजी का पहिया कुछ ऐसा घूम की दर्शको ने धीरे-धीरे सिनेमा घरो से मुंह मोङ लिया। मल्टीप्लेक्स के जादू ने सिनेमाघरो के सम्मोहन को खत्म कर दिया। नतीजा यह हुआ कि सिनेमाघर खंडहरों में तब्दील हो गए। दर्शको की कमी के कारण शहर के बीचो-बीच बने अप्सरा सिनेमा भी बंद हो गया। सोमवार का इसकी इमारत को तोङने का काम शुरू कर दिया गया।



सौ साल पुराना इतिहास:
जानकारो का कहना है कि अप्सरा सिनेमा का इतिहास सौ साल से ज्यादा पुराना है। इसकी शुरूआत रामनिवास हॉल के नाम से हुई थी। फिर आनंद और नॉवल्टी नाम से जाना गया। 1964 में इसका नाम अप्सरा सिनेमा हो गया। आनंद हॉल में सिने जगत के मशहूर कलाकर थियटर किया करते थे। सिने जगत के स्तंभ माने जाने वाले पृथ्वीराज कपूर भी अपनी टीम के सा यहां थिएटर करने आया करते थे।
