गाजियाबाद में डीएम का बड़ा एक्शन: अब सोसायटियों में लिफ्ट हादसे, मेंटेनेंस गड़बड़ी और निवासियों की परेशानियों पर दर्ज होंगे केस
गाजियाबाद। बहुमंजिला सोसायटियों में आए दिन सामने आ रही लिफ्ट हादसों, खराब मेंटेनेंस और निवासियों के साथ दुर्व्यवहार की शिकायतों पर जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार मांदड़ ने बड़ा कदम उठाया है। डीएम ने इस तरह की घटनाओं और कुप्रबंधन पर अंकुश लगाने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है, जो अब सोसायटी में होने वाले हादसों, रखरखाव की गड़बड़ियों और एओए या आरडब्ल्यूए के माध्यम से की जा रही परेशानियों की जांच कर सकेगी। ज़रूरत पड़ने पर ऐसे मामलों में केस भी दर्ज कराया जाएगा।
मंगलवार को जारी अपने वीडियो संदेश में जिलाधिकारी ने साफ शब्दों में कहा कि सोसायटी अध्यक्ष, सचिव और प्रबंधन समिति के सदस्य अपने दायित्वों का पालन पूरी ईमानदारी और कर्त्तव्यनिष्ठा के साथ करें। किसी भी स्थिति में निवासियों की सुरक्षा और जीवन से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि कोई सुरक्षा कर्मी या बाउंसर निवासियों के साथ अभद्र व्यवहार करते पाया गया, तो उस पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
डीएम ने एक जांच समिति गठित करने के निर्देश दिए हैं, जो सोसायटियों की सभी व्यवस्थाओं, सुविधाओं और प्रशासनिक प्रक्रियाओं की गहन समीक्षा करेगी। समिति यह भी देखेगी कि निवासियों से वसूली, सेवा शुल्क और रखरखाव से जुड़ी प्रक्रियाएं पारदर्शी हैं या नहीं।
रविन्द्र कुमार मांदड़ ने अधिकारियों और समिति के सदस्यों से अपील की है कि वे निजी स्वार्थ से ऊपर उठकर जनता के हित में अपने दायित्वों का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि “प्रशासन की प्राथमिकता नागरिकों की सुरक्षा और सुविधा है, और इसमें कोई भी लापरवाही या मनमानी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
डीएम का यह सख्त रुख न केवल सोसायटी प्रबंधन समितियों के लिए चेतावनी है, बल्कि यह भी संदेश देता है कि प्रशासन अब बहुमंजिला इमारतों में रहने वाले हजारों परिवारों की सुरक्षा और अधिकारों को लेकर पूरी तरह सतर्क है।


