गणतंत्र दिवस पर द्वितीय रैना ओपन चेस चैम्पियनशिप का भव्य आयोजन

गाजियाबाद : गणतंत्र दिवस के अवसर पर आयोजित द्वितीय रैना ओपन चेस चैम्पियनशिप में भारी संख्या में खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट प्रसिद्ध प्रशिक्षक दिनेश रैना (डायरेक्टर, रैना चेस एकेडमी) और बहुमुखी प्रतिभा के धनी कोच रितुराज सिंह के निर्देशन में सफलता के साथ संपन्न हुआ।
प्रतियोगिता का आयोजन और श्रेणियां
शह और मात के इस रोमांचक खेल में अंडर-16, अंडर-13, अंडर-11, और अंडर-9 श्रेणियों के प्रतिभागियों ने अपने हुनर का प्रदर्शन किया। टूर्नामेंट में लड़कों के साथ-साथ लड़कियों ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया।
विजेता सूची:
अंडर-16:
- श्रीकांत सिरोही: 2100+ ट्रॉफी
- आदर्श त्यागी: 1500+ ट्रॉफी
- स्वास्तिक भारत: 1200+ ट्रॉफी
अंडर-13:
- शौनक गर्ग: 1000+ ट्रॉफी
- आद्वान गुप्ता: 800+ ट्रॉफी
- रियांश अग्रवाल: 700+ ट्रॉफी
अंडर-16 (गर्ल्स):
- राजनीया वी मेहता: 1000+ ट्रॉफी
- सोनम मिश्रा: ट्रॉफी
- ह्रितिका शर्मा: ट्रॉफी
अंडर-11:
- कविश सक्सेना: 2100+ ट्रॉफी
- अथर्व कुमार: 1500+ ट्रॉफी
- रियांश गोयल: 1200+ ट्रॉफी
अंडर-11 (गर्ल्स):
- आरजू बंसल: 1000+ ट्रॉफी
- अर्शिया गोस्वामी: ट्रॉफी
- शांज़े हयात: ट्रॉफी
अंडर-9:
- इवान अग्रवाल: ट्रॉफी
- देवांश गर्ग: ट्रॉफी
- अयान अग्रवाल: ट्रॉफी
सर्वश्रेष्ठ अकादमी पुरस्कार:
रैना चेस अकादमी को सर्वश्रेष्ठ अकादमी पुरस्कार प्रदान किया गया। यह अकादमी की उत्कृष्टता और प्रशिक्षकों की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
सम्मान और संबोधन:
कार्यक्रम के समापन पर दिनेश रैना ने कोच रितुराज सिंह और चीफ आर्बिटर वैभव शर्मा की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “चेस में युवाओं का बढ़ता रुझान देश के लिए गौरव की बात है। यह खेल न केवल मानसिक विकास करता है, बल्कि खिलाड़ियों के उज्जवल भविष्य का मार्ग भी प्रशस्त करता है।”
कोच रितुराज सिंह ने अपने संबोधन में कहा, “दिनेश रैना सर के नेतृत्व में रैना चेस अकादमी ने कई युवा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चमकने का मौका दिया है।”
खेल और खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा:
रैना चेस अकादमी गाजियाबाद और देशभर में शतरंज को नई ऊंचाइयों पर ले जा रही है। ऐसे आयोजन खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने और खेल को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।प्रतियोगिता ने न केवल खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका दिया, बल्कि गाजियाबाद और देशभर में चेस के प्रति उत्साह और जुनून को भी नई दिशा दी।