
मेरठ : बीते करीब 10 दिनों से प्रदेश में भीषण गर्मी और उमस का सितम जारी है। दिन में जहां सूर्य की तपिश लोगों को जमकर सता रही है. तो वहीं रात की उमस भी लोगों के पसीने छुड़ा रही है।





मौसम विभाग के अनुसार अगले 2 दिनों तक प्रदेश में इसी प्रकार भीषण गर्मी और उमस का सितम जारी रहने की संभावना है, हालांकि 16 मई से प्रदेश में एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के साथ ही लोगों को भीषण गर्मी , उमस और हीटवेव से राहत मिलती हुई नजर आएगी। इसके साथ ही प्रदेश के अधिकतर जिलों में हल्की से मध्यम बारिश के चलते दिन और रात के तापमान में करीब 2 से 4 डिग्री की गिरावट की संभावना भी मौसम विभाग ने जताई है।

शनिवार को आसमान से बरसी आग से लोग तिलमिला उठे। अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जिसके चलते पूरे दिन भीषण गर्मी के चलते लोग खासे परेशान रहे। गर्मी से राहत पाने के लिए लोग तमाम जुगत करते रहे, लेकिन राहत नहीं मिल सकी। अब मौसम वैज्ञानिक रविवार को गर्मी का असर और बढ़ने का अनुमान लगा रहे हैं। दिन चढ़ने के साथ ही तापमान बढ़ने लगा। बाहर निकले लोगों के हाथों में पानी की बोतलें थी, जो उन्हें बार-बार गला तर करने के लिए मदद कर रही थी। जिनके पास पानी का प्रबंध नहीं था, वो कन्फेक्शनरी से पानी की बोतल खरीदते नजर आए, तो कुछ लोग शीतय पेय, शिकंजी, नारियल पानी, जूस, लस्सी को प्राथमिकता देते रहे। कालेज की छुट्टी के बाद बाहर निकली छात्राएं दोपहर को सूरज के तल्ख तेवरों से बचने के लिए दुपट्टों से चेहरे व सिर को ढकने का प्रयास करती दिखीं, तो छात्रों ने स्वाफी से चेहरा ढका था। गर्मी अधिक होने की वजह से फील्ड में काम करने वाले लोग जल्द काम निपटाकर अपने घर-दफ्तर लौटना चाहते थे। राष्ट्रीय राजमार्ग और शहर की प्रमुख सड़कों पर दोपहर के समय आम दिनों की तरह यातायात का दबाव कम दिखा।


मौसम ने अपने तेवर बदले तो हीट स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ गया है। तपिश के चलते हीट स्ट्रोक की चपेट में आ सकते हैं। इसलिए सावधानी जरूर बरतें।
लू लगने पर क्या करें
- व्यक्ति को छायादार स्थान पर लिटाएं
- ठंडे पानी की पट्टिया रखें
- उसे नकमीन पानी, कच्चे आम का पन्ना आदि पिलाएं
- तत्काल नजदीकी डॉक्टर को दिखाएं
क्या न करें
- अधिक तानमान में अधिक शारीरिक श्रम न करें
- शराब, चाय, कॉफी, सॉफ्ट ड्रिंक का सेवन न करें
- बच्चों को बंद वाहन में न छोड़ें
लू लगने के लक्षण
- सिर दर्द, तेज बुखार, उल्टी, दस्त, अत्यधिक पसीना आना, बेहोशी आना, कमजोरी महसूस होना, शरीर में एंठन, नब्ज असमान्य होना आदि।